नदलेस की केंद्रीय पत्रिका सोच वार्षिकी की डा. नविला सत्यादास द्वारा लिखी गई समीक्षा
सच का आईना दिखाती सोच पत्रिका का प्रवेशांक सफर - डा. नविला सत्यादास नव दलित लेखक संघ (नदलेस) ने अपने गठन (14 सितम्बर 2021) के समय ही छमाही पत्रिका सोच को प्रकाशित करने का बीड़ा उठाया था। जिसकी परिणति वार्षिक संकलन के रूप में हुई। नदलेस ने अपने इस प्रस्तावित संकल्प को छह माह के तत्पश्चात हासिल करके अम्बेडकरवादी मिशन के प्रति अपनी उत्साहवर्धक प्रतिबद्धता की मिसाल प्रस्तुततु की है। सोच पत्रिका के रूप में नदलेस की रचनात्मक प्रस्तुति अत्यन्त प्रसंशनीय एवं प्रेरणीय है। दलित साहित्य पत्रकारिता के इतिहास में अपने इस अवदान के लिए पूर्ण नदलेस परिवार एवं सोच पत्रिका का सम्पादक मण्डल विशेष रूप से डा. अमित धर्मसिंह बधाई के पात्र हैं। संकल्प-पूर्ति के प्रति यह तत्परता सोच पत्रिका-प्रकाशन की निरन्तरता की उम्मीदों को मजबूत करती है कि अम्बेडकरवादी पत्रकारिता का यह साहित्यिक सफर अविलम्ब चलता रहेगा तथा अपने समाना...